श्रीराम मंदिर

श्रीराम मंदिर परिचय

वर्तमान में श्रीराम मंदिर, दीपलोक देहरादून, स्थित भूमि 14 फरवरी 1980 को झन्डा मौहल्ला निवासी श्री दीपचन्द जैन खजान्ची जी, द्वारा मन्दिर स्थापना और सामाजिक कार्यो हेतू दान मे दिया गया। भूमी पूजन के पश्चात् उनके पौत्र श्री विजय कुमार जैन जी पुत्र नरेन्द्र कुमार जैन द्वारा किया गया तत्पश्चात् उक्त भूमी को, श्री राम मंदिर समिति को सौंप दिया गया।
श्री राम मंदिर मे दर्शन हेतू आलोकिक और भव्य श्री राम दरबार, विघ्न्हर्ता श्री गणेश जी, सुसज्ति श्री शिव परिवार, करुणामय माँ शेरावाली, शंकटमोचक श्री हनुमान जी, मनमोहक श्री राधा कृष्ण जी, पाप नाशक श्री नरसिंह भगवान जी और नाथों के नाथ श्रीनाथ जी चार धामों मे से एक धाम के स्वामी श्री जगन्नाथ भगवान अपने भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा सहित अन्य देवी देवताओं की मूर्तिया विधिवत धार्मिक अनुष्ठान व प्राण प्रतिष्ठा उपरान्त विराजमान की गई है। मूर्तिओं के दानदाताओं मे श्री सतीश चन्द गोयल परिवार, स्व० श्री आर० पी० सिंघल परिवार, स्व० श्री सुभाष आनन्द परिवार, श्रीमति द्रौपती देवी, श्री कमल जुनेजा परिवार, श्रीमति मोहिनी गांधी, श्री कालरा परिवार आदि का सहयोग प्रमुख है

मंदिर मे विशेष आयोजनों पर भण्डारें होते है जिनमें श्री राम नवमी, श्री जगन्नाथ यात्रा व अन्नकूट प्रमुख हैं। साथ ही नवरात्रीं समाप्ती पर, श्री कृष्ण छठीं. शरद पूर्णिमा, गणेश उत्सव व श्री राम मन्दिर के वार्षिकोत्सव पर सह भण्डारे का आयोजन किया जाता है। विशेष उत्सव व त्यौहारों मे मन्दिर मे विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया जाता है, जिनमे लोहडी, खिचडी सकान्ति, बसंत, होली, नरसिंह जयन्ती दीपावली, रामनवमी, जन्माष्टमी, नवरात्री, शिवरात्री एवं तुलसी विवाह इत्यादी हैं।
यह समिति उन लोगो की सदा आभारी रहेगी, जिन्होने समय समय पर, तन मन और धन से श्री राम मंदिर और उसमे होने वाले अनुष्ठानो में अपनी भागिदारी सदैव अग्रसर रक्खी जिनमे स्व० श्री दौलत शर्मा, श्री एस सी श्रीवास्तव, श्री गुलसन कालरा, श्री एस पी त्यागी, श्री ओ पी गुप्ता, श्री एल डी आहुजा, श्री नारायण दास, श्री गिरधारी मदन लाल अरोडा आदि अन्य नाम प्रमुख है। जिनके सहयोग से देहरादून का एक प्रसिद्ध मन्दिर श्री राम मन्दिर बना है साथ ही यह समिती उन सभी समितीयों की विशेष आभारी है जिन्होने समय समय पर मन्दिर हित में अभूतपूर्व कार्य किये हैं।

श्रीराम मंदिर परिसर की प्रमुख सुविधाएँ

श्री राम मंदिर जगन्नाथ रथ यात्रा

प्रति वर्ष, जुलाई महीने में श्री राम मंदिर की प्रतिष्ठित जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन श्रद्धा और भव्यता के साथ किया जाता है। इस पवित्र यात्रा का शुभारंभ मंदिर प्रांगण से होता है, जहाँ भगवान जगन्नाथ जी, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को रथ पर विराजमान किया जाता है। भक्तों की भारी भीड़ के साथ यह यात्रा मोटी बाजार होते हुए काली मंदिर की ओर प्रस्थान करती है। इस यात्रा के दौरान भक्तजन ढोल-नगाड़ों, भजनों, और मंत्रोच्चारण के साथ रथ को खींचते हैं, जिससे पूरे नगर में भक्ति और उत्साह का वातावरण बन जाता है। काली मंदिर में भगवान के दर्शन करने के बाद यात्रा श्री राम मंदिर के लिए पुनः प्रस्थान करती है। मंदिर में पहुँचने पर, विशेष पूजन और आरती के साथ भगवान जगन्नाथ जी को उनके सिंहासन पर विधिपूर्वक विराजमान किया जाता है। इस यात्रा का उद्देश्य केवल धार्मिक परंपरा का निर्वाह करना ही नहीं है, बल्कि यह अयोध्या के लोगों को एक साथ जोड़ने और आस्था के साथ अपने भगवान के निकट लाने का अवसर भी प्रदान करती है।

मंदिर का चित्रांकन

धर्मार्थ कार्यों के लिए अपना योगदान दें

भोजन एवं अन्नदान
आरती एवं पूजा सामग्री
विशेष धार्मिक अनुष्ठान

मुख्या कार्यकारिणी श्री राम मंदिर समिति

श्री आर के गुप्ता जी

अध्यक्ष

श्री अरविंद कुमार मित्तल जी

सचिव

श्री अनिल आनंद जी

उत्सव मंत्री

श्री सुनील गोयल जी

कोषाध्यक्ष

श्री शंकर सिंह थापा जी

भंडार संचालक

श्री मनोज शर्मा जी

सह उत्सव मंत्री

प्रोफेसर शिव दादर जी

प्रचार मंत्री